जिंदगी की राहों में मुस्कुराते रहो हमेशाउदास दिलों को हमदर्द तो मिलते हैहमसफ़र नहीं”
जिस्म-ए-दामन में पहले ही दर्द कम ना थेकुछ और मुनाफा कर गए जो हमदर्द थे
इस दुनिया में कोई किसी का हमदर्द नहीं होता
लोग जनाजे के साथ भी होते हैं
तो सिर्फ अपनी हजिरी गीनवाने के लिए
हमदर्दी ना करो मुझसे ए मेरे हमदर्द दोस्तों,वो भी बड़ी हमदर्द थी जो दर्द हजारो दे गई !!
हमदर्दी ना करो मुझसे ए मेरे हमदर्द दोस्तों,
वो भी बड़ी हमदर्द थी जो दर्द हजारो दे गई !!