छोड़ कर तुम्हारे सपनेकुछ और ना देखना चाहूंगा.ताउम्र तुमसे ही मोहब्बतमैं बेपनाह करना चाहूंगा..
छोड़ कर तुम्हारे सपने
कुछ और ना देखना चाहूंगा.
ताउम्र तुमसे ही मोहब्बत
मैं बेपनाह करना चाहूंगा..
हर खामोशी का मतलब इंकार नहीं होता,हर नाकयाबि का मतलब हार नही होता,तो क्या हुआ अगर तुम्हें हम पा ना सके,सिर्फ पाने का मतलब प्यार नहीं होता,
हर खामोशी का मतलब इंकार नहीं होता,
हर नाकयाबि का मतलब हार नही होता,
तो क्या हुआ अगर तुम्हें हम पा ना सके,
सिर्फ पाने का मतलब प्यार नहीं होता,
एक मोहब्बत बेपनाह सीदोनों काफी हैं..सुकून बर्बाद करने को
एक मोहब्बत बेपनाह सी
दोनों काफी हैं..
सुकून बर्बाद करने को
Na Mahino Ki Ginati, Na Salo Ka Hisab Hain, Mohabbat Aaj Bhi Tumse Bepanah Aur Behisab Hain.
Na Mahino Ki Ginati, Na Salo Ka Hisab Hain,
Mohabbat Aaj Bhi Tumse Bepanah Aur Behisab Hain.