तुमसे मिलके होते होंगे,कितने पूरे,मैं तुमसे मिलकर दुगना हो गया lएक जहान का होता था पहले,अब दो जहान का हो गया l
तस्वीर के चाहे हज़ारों रंग क्यों न हो,
मुस्कराहट का रंग सबसे ख़ूबसूरत ही होता है…!!
आँखों की गहराई को समझ नहीं सकते,
होठों से हम कुछ कह नहीं सकते,
कैसे बयाँ करे हम आपको ये दिल-ए-हाल,
की तुम ही हो जिसके बैगेर हम रह नहीं सकते.
तुम जुआरी बड़े ही माहिर हो,
एक दिल का पत्ता फेक कर जिदंगी खरीद लेते हो..
अजीब रात थी कल तुम भी आ के लौट गए
जब आ गए थे तो पल भर ठहर गए होते
तूने रुख से पर्दा क्या हटाया,
बेईमान दिल मुँह को होने लगा,
शर्मा कर तारें भी हैं छिपने लगे,
महताब बादलों से जो निकलने लगा !!