आख़िर क्यों हुआ था पहला विश्व युद्ध?

मनाव इतिहास की सबसे बड़ी जंग जो की साल 1914 में लड़ा गया, सबसे भयानक और विनाशकारी था. जिसे इतिहास में फर्स्ट वर्ल्ड वॉर, और द ग्रेट वॉर के नाम से भी जाना जाता हैं. जिसमें विश्व के तक़रीन सभी देशों ने हिस्सा लिया था. इस पूरे युद्ध में तक़रीबन 7 करोड़ लोगों ने भाग लिया था जिसमें से केवल 6 करोड़ तो सिर्फ यूरोपियन थे. इस विनाशकारी युद्ध में कुल 90 लाख फ़ौजी और 130 लाख आम लोग मारे गए थे. 


युद्ध के पीछे का कारण 

प्रथम विश्व युद्ध के पीछे वैसे बहुत से कारण माने जाते हैं जिनमें औद्योगिक क्रांति के बाद उपनिवेशवाद और एक देश को बल पूर्वक अपने अधीन कर लेना इसकी एक वजह थी लेकिन इस महाविनाशकारी युद्ध होने के पीछे सबसे बड़ा कारण ये था की ऑस्ट्रीया के प्रिंस आर्चड्युक फर्डिनेंड अपनी पत्नी के साथ साइबेरिया के बोस्निया नाम राज्य में 28 जून 1914 को घूमने गए हुए थे और यहीं पर  गैवरिलो प्रिंसिपल नामक आदमी ने इन दोनों की हत्या कर दी थी. 

इसके बाद ऑस्ट्रिया में जुलाई संकट उत्पन्न हो गया, ऑस्ट्रिया और हंगरी ने साइबेरिया को उस क़ातिल को पकड़ कर उनके हवाले करने के लिए आदेश दिया लेकिन साइबेरिया ने को ठोस कदम नहीं लिए. 23 जुलाई को ऑस्ट्रिया ने साइबेरिया को अंतिम चेतावनी दी लेकिन इसका भी कोई खास असर दिखाई नहीं पड़ा. इसके बाद पूरे यूरोप में तनाव फैल गया और इस मुद्दे को लेकर द ग्रेट पावर्स ऑफ़ यूरोप दो भागों में विभाजित हो गया और पहल ट्रिपल एंटेंटे जिसमें फ्रांस, रूस और ब्रिटेन शामिल थे और दूसरा ट्रिपल एलायन्स जिसमें जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी और इटली थे. बाद में इटली ऑस्ट्रिया से अलग हो गया और ट्रिपल एंटेंटे या कहें मित्र राष्ट्रों से जा मिला. 28 जुलाई 1914 को रूस ने ऑस्ट्रिया-हंगरी पर हमला कर दिया और उसके बाद जर्मनी ने भी रूस पर पलट वार किया. 

ये युद्ध 4 सालों तक चला जिसमें ट्रिपल एलायन्स की बुरी तरह से हार हुई. साल 1917 में जर्मनी ने इंग्लैंड के लूसिटिनिया जहाज़ पर अटैक करके उस जहाज़ को डुबो दिया. जिसमें कई सारे अमेरिकन नागरिकों की मौत हो गयी. इसलिए अमेरिका भी इस युद्ध में शामिल हो गया और अमेरिका के आने के बाद जर्मनी की बहुत बुरी तरह हार हुई. रूस जिसनें इस महायुद्ध को शुरू किया वो साल 1917 के आते आते इस युद्ध से निकल गया क्योंकि इसी समय रूस में आंतरिक विद्रोह हो गया और वो अपने आंतरिक विद्रोह को सुलझाने में जुट गया. 11 नवम्बर 1918 को ये विश्व युद्ध समाप्त हुआ. इसके लिए वर्साय की संधि हुई जो की एक तरफ थी और मनमानी तरीके से जर्मनी के ऊपर थोपी गई थी जिसके कारण ही बाद में इस दुनिया ने दूसरे विश्व युद्ध का भयानक तांडव देखा.