क्यों खाया था पांडवों ने अपने पिता का मांस Mahabharat Story

क्यों खाया था पांडवों ने अपने पिता का मांस  Mahabharat Story Mythological Story

भारत में सबसे ज़्यादा पौराणिक कहानियां हैं. भारत एक ऐसा देश हैं जहाँ पर समय समय पर देवतों ने जन्म लिए हैं और यहाँ की धरती पर अनेकों अलौकिक गौरव गाथाएँ इतिहास के पन्नों, पुराणों और धर्मग्रंथों में पढ़ने और सुनने को मिलते हैं. 


महर्षि वेदव्यास के द्वारा लिखा गया महाभारत धर्मग्रंथ भी ऐसी ही अनेकों पौराणिक कहानियों और अजीबोग़रीब चमत्कार को समेटे हुए हैं. 

महाभारत की कहानी लगभग हर कोई जानता है उसकी कहानियां और इसके शूरवीरों के पराक्रम को हम बचपन से सुनते आ रहे हैं. लेकिन इसके बाद भी महाभारत की ऐसी कई सारी रहस्यमयी कहानियां है जो हम ने जानते हैं.  

हमें बचपन से ही पांडव और उनके पांच पुत्रों की कहानियां सुनाई जाती है कि वो कितने वीर और धर्मपरायण थे. उन्होंने कितने संघर्षों को झेला था, लेकिन क्या आप जानते हैं कि पाँचों पांडवों ने अपने पिता पांडु के मरने के बाद उनका मांस खाया था? उन्होंने ऐसा क्यों किया था आइये जानते हैं.

पाँचों पांडव का जन्म दैवीय अनुकम्पा से हुआ था, हर एक पांडव किसी न किसी देवता के अंश थे. हस्तिनापुर के महाराज पांडु  एक बार शिकार खेलने गए थे वहां पर उन्होंने एक मृग रूपी ऋषि को जनजाने में हिरन समझ के उसका वध कर देते है. जब उन्हें पता चलता है तब वो उस ऋषि के समीप जाते है और वो ऋषि उन्हें श्राप दे देते हैं कि अगर वो कभी भी किसी स्त्री के साथ विचरण करेंगे तो उनकी उसी समय मृत्यु हो जाएगी. इसलिए वो राज त्याग कर जंगल में जाकर रहने लगते हैं. तब कुंती उन्हें अपने वरदान के बारे में बताया की महृषि दुर्वासा ने मुझे वरदान दिया था की मैं जिस भी देवता का आवाहन करके उनको याद करूँगी उनका एक अंश मुझे पुत्र रूप में प्राप्त होगा. पाण्डु ये जानकार बहुत ख़ुश हुए और उनहोंने कुंती के इस वरदान से पांच पुत्रों को प्राप्त किया. लेकिन पाण्डु को पता था की इन पुत्रों मेरा कोई अंश नहीं हैं इसलिए उन्होंने सोचा कि क्यों न ऐसा किया जाये की इनके अंदर मेरा भी रक्त हो जाये. इसलिए उन्होंने अपने मरने से पहले अपने पाँचों पुत्रों से कहा कि, " मेरे मरने के बाद मेरे मृत शरीर से तुम पाँचों लोग मेरा मांस खा लेना और इस तरह से मेरा रक्त तुम्हारे रगों में भी पहुँच जायेगा और मरने के बाद सभी भाइयों ने इस तरह अपने पिता का मांस खाया था.