साइकोलॉजी में ग्रेजुएशन के बाद है ये शानदार करियर ऑप्शन, जानिए इनके बारे में

Career Options in Psychology after 12th

साइकोलॉजी जिसे हिंदी में मनोविज्ञान कहा जाता है. आज के समय में इसकी डिमांड इंडिया में काफी तेजी से बढ़ रहा है. देश और दुनिया में बढ़ते मेन्टल इलनेस की वजह से लोग अवसाद और स्ट्रेस के शिकार होते जा रहे है. 

ऐसे में उन्हें एक बेहतर मनोचिकित्सक की आवश्यकता होती है. साइकोलॉजी में आपको मानव के मन और व्यवहार के बारे में पढ़ाया जाता है. ये कोर्स आप 12th के बाद बहुत ही आसानी से भारत के किसी भी यूनिवर्सिटी से कर सकते है. साइकोलॉजी में ग्रेजुएशन करने के बाद आपके पास कई सारे करियर और जॉब के लिए अवसर होते है. साइकोलॉजी में आपको मानव के मस्तिष्क में चल रही गतिविधियों को जानने और समझने का तरीका सिखाया जाता है. जिसके आधार पर आप बहुत ही आराम से किसी भी इंसान को अवसाद, मानिसक स्ट्रेस आदि से दूर करने में मदद करते है.  तो आइये जानते है कि साइकोलॉजी में करियर और जॉब के लिए कौन-कौन से स्कोप है.... 

मनोचिकित्सक के तौर पर 

साइकोलॉजी में स्नातक करने के बाद आप एक मनोचिकित्सक के तौर पर अपना शानदार करियर बना सकते है. एक मनोचिकित्सक व्यक्तियों को उनके अंदर चल रहे स्ट्रेस, दुविधा, मानसिक तनाव और अवसाद को दूर करने में मदद करता है. मनोचिकित्सक के रूप में आप अपने क्लाइंट की कॉउन्सिलिंग करते है. ताकि वो अपने डिप्रेशन, मानसिक तनाव से निकल सके. 

समाज सेवक 

साइकोलॉजी करने के बाद आप बतौर सोशल वर्क किसी भी एनजीओ के साथ मिलकर काम कर सकते है. हमारी सोसाइटी में कई सारे एनजीओ काम करते है. जो ड्रग एब्यूज चाइल्ड और सोसाइटी वेलफेयर के लिए काम करते है. ऐसे संस्थानों से जुड़कर आप बहुत ही आराम से बतौर सोशल वर्कर काम कर सकते है. 

काउंसलर

कई सारे लोग अपने लाइफ में निर्णय लेने में काफी कन्फ्यूज्ड रहते है. ऐसे में उन्हें एक बेहतर काउंसलर की जरूरत होती है. जो उनकी कॉउन्सिल करके उन्हें सही डिसीजन लेने में मदद करता है. इसके अलावा कई सारे प्राइवेट सेक्टर में आजकल काउंसलर की डिमांड बढ़ गई है. जो ऑफिस में एम्प्लोयी के बीच स्थिति को सामान्य करते है और वक्त आने पर उनकी कॉउन्सिलिंग भी करते है. 

शैक्षिक मनोवैज्ञानिक

एजुकेशन सेक्टर में मनोवैज्ञानिक की आवश्यकता होती है. जो आपको किसी कोर्स में एडमिशन लेते समय एजुकेशन डिसीजन लेने में हेल्प करते है. कई सारे सस्कूल, कॉलेजेज और यूनिवर्सिटी में शैक्षिक मनोवैज्ञानिक होते है. 

टीचर या प्रोफेसर 

साइकोलॉजी में डिग्री लेने के बाद बतौर शिक्षक भी बेहतर करियर बना सकते है. अगर आपने ग्रेजुएशन के बाद पोस्ट ग्रेजुएशन और उच्च शिक्षा प्राप्त कर ली. तो आप किसी भी कॉलेज में बतौर टीचर या प्रोफेसर जॉब कर सकते है.