रास्ते कभी खत्म नहीं होतेबस लोग हिम्मत हार जाते है
त्याग दी सब ख्वाहिशें
कुछ अलग करने के लिए
“राम” ने खोया बहुत कुछ
“श्री राम” बनने के लिए
संकट के समय धैर्य धारण करना
मानो आधी लड़ाई जीत लेना है
अमर वही इंसान होते हैं
जो दुनियां को कुछ देकर जाते हैं
अब तो मज़हब कोई ऐसा भी चलाया जाए,
जिसमें इंसान को इंसान बनाया जाए|