ॐ नम: शिवाय, ॐ नम: शिवाय रटता जा ,जय भोले जय भोले रटता जा..
शिव शंकर शिव शंकर रटता जा महाकाल का नाम रटता जा..
HAPPY SHIVRATRI
अमर वही इंसान होते हैं
जो दुनियां को कुछ देकर जाते हैं
आज भी मेरी फरमाइशें कम नही होती,
तंगी के आलम में भी, पापा की आँखें कभी नम नहीं होती.
भय से तब तक ही डरना चाहिये जब तक भय (पास) न आया हो। आये हुए भय को देखकर बिना शंका के उस पर् प्रहार् करना चाहिये।
पेड़ कभी डाली काटने से नहीं सूखता
पेड़ हमेशा जड़ काटने से सूखता है……..
वैसे ही इंसान अपने कर्म से नहीं
बल्कि अपने छोटी सोच और गलत व्यवहार से हारता है……!!