“माँ की ममता और पिता की क्षमता का अंदाजा लगाना असंभव है”
आज का सुविचार
मुसीबत में अगर मदद मांगो तो सोच कर मांगना क्योकि…
मुसीबत थोड़ी देर की होती है और एहसान जिंदगी भर का..!!
वर्षों से दहलीज़ पर कड़ी वो मुस्कान है,
जो हमारे कानो में धीरे से कहती है,
“सब अच्छा होगा”
“लोग क्या कहेंगे”- ये बात इंसान को आगे नहीं बढ़ने देती
परिश्रम वह चाबी है
जो सौभाग्य के द्वार खोलती है