ये उदास शाम और तेरी ज़ालिम याद,
खुदा खैर करे अभी तो रात बाकि है.
तू वाकिफ़ नहीं मेरी दीवानगी से…
जिद्द पर आऊँ तो..ख़ुदा भी ढूंढ लूँ …
Khushi Ke Aasu Rukne Na Dena
Gum Ke Aasu Bahne Na DenaYeh Zindagi Na Jane Kab Ruk JayegiMagar Ye Pyari Si Relationsip Kabhi Tutne Na Dena.
"Happy New Year ”
आँखों में रहा दिल में उतर कर नहीं देखा
कश्ती के मुसाफ़िर ने समुंदर नहीं देखा
खूबसूरती से धोका न खाइये जनाब…
तलवार कितनी भी खूबसूरत क्यों न हो…
मांगती तो खून ही हे…