जिंदगी एक सजासी हो गई है,
गम के सागर मे कुछ इस कदर खो गयी है,
तुम आजाओ वापिस ये गुजारिश है मेरी,
शायद मुझे तुम्हारी आदत सी हो गई है ।
Apni tanhaayi se tang aa kar..
Bahut se aainey khareed laya hun …
बहुत दूर है तुम्हारे घर से हमारे घर का किनारा,पर हम हवा के हर झोंके से पूछ लेते हैं क्या हाल है तुम्हारा।
Phool Khilte Rahein Zindgi Ki Raah Mein
Hassi Chamakti Rahe Aapki Nigaah Mein
Kadam Kadam Par Mile Khushi Ki Bhaar Aapko
Dil Deta Hai Yehi Dua Baar Baar Aapko
Happy Rose Day…
बलबुध्धि विद्या देहू मोहि
सुनहु सरस्वती मातु
राम सागर अधम को
आश्रय तूही देदातु!!