नाग पंचमी की शुभकामनाएं
महादेव का है आभूषण
श्री विष्णु का है शेषनाग सिंहासन
अपने फन पर जिसने पृथ्वी उठायी
ऐसे नाग देवता को मेरा वंदन.
अच्छाई और बुराई दोनों हमारे अंदर हैं
जिसका अधिक प्रयोग करोगे वो उभरती व निखरती जायगी
अपनी छवि का ध्यान रखें
क्यूंकि इसकी आयु आपकी आयु से कहीं ज्यादा होती है
हाथ में घडी कोई भी हो, लेकिन वक़्त अपना होना चाहिए
धैर्य हमेशा आपके आत्मविश्वास को बढ़ाएगा,
लगन आपको मंजिल तक अवश्य पहुंचाएगा,
मूल्यवान है ज़िन्दगी का हर लमहा,
इसे व्यतीत न करें बल्कि जी भर के जियें।