कितनी हसीं थी वो मोहोब्बत बचपन की, मेरे ना देखने पर सबसे रूठ जाती थी वो!!
तू वाकिफ़ नहीं मेरी दीवानगी से…
जिद्द पर आऊँ तो..ख़ुदा भी ढूंढ लूँ …
Yeh Tere Ishq Ka Kitna Haseen Ehsaas Hai,
Lagta Hai Jaise Tu Har Pal Mere Paas Hai,
Mohabbat Teri Deewangi Ban Chuki Hai Meri,
Ab Zindgi Ki Aarzoo Sirf Tumhara Sath Hai.
आज एक स्वेटर और पहन लो,
आज एक रज़ाई और ओढ़ लो,
आज एक मफ़लर और लपेट लो,
आज दो मोज़े और पहन लो,
आज एक कहवा और पी लो,
आज एक हीटर और चला लो,
क्या पता…
कल ठण्ड हो न हो…!!!
Happy Winter
एक उमर बीत चली है तुझे चाहते हुए,
तू आज भी बेखबर है कल की तरह..!