हर रात को तुम इतना
याद आते हो के हम भूल गए हैं,
के ये रातें ख्वाबों के लिए होती हैं,
या तुम्हारी यादों के लिए|
डॉक्टर-कल रात को क्या खाया था..??लड़का-बर्गर, पिज़्ज़ा और कोक..डॉक्टर-देखो ये फेसबुक नही है सच बताओ...लड़का- जी लौकी....
वक़्त नूर को बेनूर बना देता है, छोटे से जख्म को नासूर बना देता है,
कौन चाहता है अपनों से दूर रहना पर वक़्त सबको मजबूर बना देता है.
कुछ अरमान उन बारीश कि बुंद कि तरह होते है,
जिनको छुने कि ख्वाहिश में,हथेलिया तो गिली हो जाती ,
पर हाथ हमेशा खाली रेह जाते है….
जिसकी सजा सिर्फ तुम हो
मुझे ऐसा गुनाह करना है