लोग क्या कहेंगे
यह सोच कर जीवन जीते हैं
भगवान् क्या कहेंगे
क्या कभी इसका विचार किया ?
डर मुझे भी लगा फांसला देख कर,
पर मैं बढ़ता गया रास्ता देख कर.
खुद ब खुद मेरे नज़दीक आती गई,
मेरी मंज़िल मेरा हौंसला देख कर…..!!
अमर वही इंसान होते हैं
जो दुनियां को कुछ देकर जाते हैं
जिनका कद ऊँचा होता है
वो दूसरों से झुक कर ही बात करते हैं
एक रोस उनके लिएजो मिलते नही रोज़-रोज़,मगर याद आते है हर रोज़ |