कभी कभी गुस्सा मुस्कुराहट
से ज्यादा खास होता है
क्यूंकि मुस्कुराहट तो सबके लिए
होती है....
मगर गुस्सा सिर्फ उसके लिए
होता है, जिन्हे हम कभी खोना
नहीं चाहते...
अहंकार” और “संस्कार” में फ़र्क़ है…
“अहंकार” दूसरों को झुकाकर कर खुश होता है,
“संस्कार” स्वयं झुककर खुश होता है..!
जीवन बहती नदी है, अतः हर परिस्थिति में आगे बढे
जहा कोशिश का कद बड़ा होता है
वह नसीबो को भी झुकना पड़ता है
मैं आप उस इंसान को ढूंढ रहे हैं
जो आके आपकी मदद करेगा
तो शीशे के सामने खड़े हो जाएँ
आपको वो इंसान नजर आएगा
जो आपकी मदद कर सकता है
दो मुलाकात क्या हुई हमारी तुम्हारी,निगरानी में सारा शहर लग गया।