Tujhse banti bhi nhi,
tere bina chalti bhi nhi..
जो भी आता है एक नयी चोट दे के चला जाता है ए दोस्त,….
मै मज़बूत बहोत हु लेकिन कोई पत्थर तो नहीं,….
Tum Laut k anay ka takalluf mat
Karna,
Hum Ek mohabbat ko Do baar Nahi kartay…
हमने अपनी यादों के बागीचे मेंतेरी यादों के पौधे को सींच कर रख रखा था पर आप हमे अपनी यादों के बगीचे में लगी गंदी घास समझ कर भूल गये।
हमने अपनी यादों के बागीचे में
तेरी यादों के पौधे को सींच कर रख रखा था
पर आप हमे अपनी यादों के बगीचे में
लगी गंदी घास समझ कर भूल गये।
Kuchh Nasha TIRANGE ki Aan kaa hai,
Kuchh Nasha MATRABHUMI ki Shaan ka hai,
Lahrayenge Hum har Jagah yeh TIRANGA,
Nasha Yeh HINDUSTAN ki Shaan kaa hai.