अब तू नहीं है दुनिया में,
हु अकेला वही खड़ा,
तू मुमताज़ तो बन गयी
मै रह गया निचे पड़ा!
गुलाब को भी कमल बना देते,
उसकी एक अदा पे कई ग़ज़ल बना देते…
कम्भख्त मरती नहीं मुझ पर लडकियां,
वरना लखनऊ में भी ताजमहल बना देते…
सारा जगत है प्रभु तेरी शरण में
सर झुकाते हैं शिव तेरे चरण में
हम बनें भोले की चरणों की धूल
आओ शिव जी पर चढ़ायें श्रद्धा के फूल
भरोसा क्या करना गैरों पर,जब गिरना और चलना है अपने ही पैरों पर।
सेवा में,
श्री बादल भगवान जी,
सूर्यलोक
विषय :- गर्मी कम करने हेतु आवेदन पत्र,
महोदय:-
सादर निवेदन है कि गर्मी ज्यादा पड़ रही है जिसकी वजह से प्यारी प्यारी लड़कियॉ गर्मी से बचने के लिए मुहं पर दुपट्टा रख रही है तो लड़के उनका चेहरा नही देख पा रहे है। जिस कारण Ladko ke दिन बेचैनी में कट रहे है , चेहरा ढका रहने से पहचानने में भी दिक्कत हो रही है कि अपनी वाली कौन है, ऐसे में इशारा करने पर चप्पल जूता खाने का भी भय बना रहता है
अत: आप से निवेदन है कि महोदयजी आप गर्मी में थोड़ी कटौती करे।
धन्यवाद,
All
कुंवारे लड़के ।
Ruth jao kitna bhi mana lenge
Dur jao kitna bhi bula lenge
Dil aakhir dil he sagar ki ret to nahi
Ki naam likh kar usse mita denge