गुज़र गया वो वक़्त जब तेरे तलबगार थे हम.
अब खुद भी बन जाओ तो सजदा न करेंगे..!
कितने आंसू बहूँगा उस बेवफा के लिए
जिसको खुदा ने मेरे नसीब मैं लिखा ही नहीं….
टीचर – संजू यमुना नदी कहॉं बहती है ?संजू – जमीन परटीचर – नक्शे में बताओं कहॉं बहती है ?संजू – नक्शे में कैसे बह सकती है, नक्शा गल नहीं जाएगा |
Badal jab garajte hain, dil ki dharkan badh jati hai,
Dil ki har ek dharkan se awaz tumhari aati hai.
आप से मिलने का मन कर रहा है,मन को समझाया तो दिल कह रहा है,दिल को बताया तो आँखे रो पड़ी,उन्हे चुप कर दिया तो, साँसे बोल पड़ी,Happy New Year My Dear!!
तेरे पास में बैठना भी इबादत
तुझे दूर से देखना भी इबादत …….
न माला, न मंतर, न पूजा, न सजदा
तुझे हर घड़ी सोचना भी इबादत…