तेरी मोहब्बत में और मेरी फितरत में फर्क इतना ही है की......तेरा Attitude नहीं जाता और मुझे झुकना नहीं आता|
शायरी सर्दी की ठिठुरती रात में फुटपाथ पर अरमान है
दिलबर मुझे छोड़के किसी और पे मेहरबान है.....
चाहता कौन है बेवफ़ायी करना
उसने परिवार सम्भाला होगा
यही सोच कर समझाता हूँ ख़ुदको
मजबूर होकर मुझे दिल से निकाला होगा
इस में है केसर, गुलाब, बादाम और दूध की शक्ति...!!
सालो Facewash बेच रहे हो या फालूदा...???
सिर्फ इतना ही कहा है, प्यार है तुमसे,जज्बातों की कोई नुमाईश नहीं की,प्यार के बदले सिर्फ प्यार मांगती हूँ,रिश्ते की तो कोई गुज़ारिश ही नहीं की..