हमारे माँ – बाप हमको बचपन में शहजादों की तरह पालते हैं..लिहाज़ा…
हमारा ये फ़र्ज़ बनता है,,उनके बुढ़ापे में उनको बादशाहों की तरह रखें!
“जीत की ख़ातिर बस जूनून चाहिए,
जिसमे उबाल हो ऐसां खून चाहिए,
ये आसमा भी आएगा जमी पर ,
बस इरादों में जीत की गूँज चाहिए……..!!!.
धागा एक बार टूट जाये तो फिर से जोड़ने पर भी गाँठ पड़ ही जाती है
उसी तरह रिश्ते एक बार टूट जाये तो फिर से जोड़ने में एक गाँठ बन ही जाती है
लड़की,,ने मेडिकल स्टोर से दवा ली,
और स्टोर वाले से कहा
"चीनी भी दो"
😡स्टोरकीपर- चीनी यहाँ नहीं मिलती ?
लड़की - हम पागल नहीं हैं,
पढ़ें लिखे हैं,दवा पर लिखा है
Sugar Free
चीनी तो तुम्हारा बाप भी देगा
😂😂😝😝😆😆
इश्क की शुरुआत निगाहों से होती है
सजा की शुरुआत गुनाहों से होती है
कहते हैं इश्क भी एक गुनाह है
जिसकी शुरुआत दो बेगुनाहों से होती है