शिकायते बहुत है तुझसे ऐ जिंदगी पर चुप इसलिए हु क्योकि जो तूने दिया वो बहुतो को नसीब नहीं होता|शुप्रभात
खैरात में मिली ख़ुशी मुझे अच्छी नहीं लगती ग़ालिब,मैं अपने दुखों में रहता हु नवावो की तरह...
कुछ लुटकर, कुछ लूटाकर लौट आया हूँ,
वफ़ा की उम्मीद में धोखा खाकर लौट आया हूँ |
अब तुम याद भी आओगी, फिर भी न पाओगी,
हसते लबों से ऐसे सारे ग़म छुपाकर लौट आया हूँ |
tujhe pyaar karte hai karte rahenge
ki dil banke dil mein dhadkte rahenge
tera naam le le ke jite rahenge
tera naam le le ke marte rahenge
अपनी कमियाँ पूरी दुनिया से छिपाइए,
लेकिन अपनी कमियाँ कभी खुद से मत छिपाइए
अपनी कमियाँ खुद से छिपाने का मतलब होता है,
अपने आप को खुद बर्बाद करना