मिली थी जिन्दगी किसी के “काम” आने के लिए,
पर वक्त बीत रहा है क़ागज के टुकड़े कमाने के लिए…
कभी किसी की बुराई मत करो
क्योंकि बुराई तुम में भी है
और जुबान दूसरों के पास भी ।
मेरी बुराई ज़रा संभलकर करना...
तुम्हारे अपनों में कुछ मेरे भी शामिल हैं...!!
किसी को काँटों से चोट पहुंची
किसी को फूलों ने मार डाला
जो इस मुसीबत से बच गए थे
उन्हें उसूलों ने मार डाला
आपकी वफ़ा हमेशा मुझपर उधार रहेगीमेरी ज़िंदगी आपकी मुस्कुराहट पर निसार रहेगीदिया है आपने इतना प्यार मुझेकी मर कर भी मेरी ज़िंदगी आपकी कर्ज़दार रहेगी
आपकी वफ़ा हमेशा मुझपर उधार रहेगी
मेरी ज़िंदगी आपकी मुस्कुराहट पर निसार रहेगी
दिया है आपने इतना प्यार मुझे
की मर कर भी मेरी ज़िंदगी आपकी कर्ज़दार रहेगी
Raat hain kafi, thandi hawa chal rahi hain..
Goodnight Shayari