रंग बिरंगे मौसम में सावन की घटा छाई हैं,
खुशियों की सौगात लेकर बहना राखी बांधने आई हैं.
हमने पटाई एक लड़की तो सोचा हमारी लाटरी निकल गयी,
डेट पर बुलाया मिलने को तो हाय रे मेरी फूटी मिस्म्त
वो राखी बाँध के चली गयी.
फूलों का तारों का सबका कहना हैं,
एक हजारो में मेरी बहना हैं,
रक्षा बंधन की हार्दिक शुभ कामनाएँ
बहन का प्यार किसी दुआ से काम नहीं होता ,
वो चाहे दूर भी हो तो गम नहीं होता,
अक्षर रिश्ते दूरियों से फीके पड़ जाते है ,
पर भाई बहन का प्यार कभी कम नहीं होता |
ए चांद, तू उनको मेरा पैगाम कह देना
खुशी का दिन और हंसी की शाम देना
जब वो देखे तुझे बाहर आकर
उनको मेरी तरफ से ईद मुबारक कह देना |