याददाश्त का कमजोर होना
कोई बुरी बात नहीं है..
बड़े बेचैन रहते है
वो लोग...
जिन्हे हर बात याद रहती है
दिल की हर आरजू हर किसी की पूरी हो,
न रहे कोई उदास न कोई ख़ुशी अधूरी हो....
जबसे औरंगजेब मार्ग का नाम अब्दुल कलाम मार्ग हुआ है, भीड़ कम हो गई है....क्योकिअब्दुल कलाम के मार्ग पर चलना वाकई मुश्किल है|