जबसे औरंगजेब मार्ग का नाम अब्दुल कलाम मार्ग हुआ है, भीड़ कम हो गई है....क्योकिअब्दुल कलाम के मार्ग पर चलना वाकई मुश्किल है|
सपनो से दिल लगाने की आदत नहीं रही,
हर वक्त मुस्कुराने की आदत नहीं रही,
ये सोच के की कोई मनाने नहीं आएगा,
हमें रूठ जाने की आदत नहीं रही |
लाल गुलाबी रंग है झूम रहा संसार
सूरज की किरण खुशियों की बहार
चाँद की चांदनी अपनों का प्यार
शुभ हो आपको होली का त्यौहार
“लोग क्या कहेंगे”- ये बात इंसान को आगे नहीं बढ़ने देती
सुना है, खुदा के दरबार से कुछ फ़रिश्ते फरार हो गए,
कुछ तो वापस चले गए, और कुछ हमारे यार हो गए