संसार में मनुष्य एकमात्र प्राणी है
जिसका जहर उसके शब्दों में है।
इंसान एक दुकान है और जुबान उसका ताला.. ताला जब खुलता है
तब मालूम होता है कि, दुकान सोने की है या कोयले की…
Nature is as well adapted to
our weakness as to our strength.
I wish you the best for todayThe game begins soon any wayFight hard and win bigBest luck on it!
पापा को अपने आज क्या उपहार दू,
तोहफे दे फूलों के या गुलाबों का हार दू,
हमारी जिंदगी में जो है सबसे प्यारे,
उन पर तो अपनी जिंदगी ही वार दू।