इंसान एक दुकान है और जुबान उसका ताला.. ताला जब खुलता है
तब मालूम होता है कि, दुकान सोने की है या कोयले की…
जिसने अपनी इच्छाओं पर काबू पा लिया,
उस मनुष्य ने जीवन के दुखों पर काबू पा लिया..!!
बारिश की बूँदें भले ही छोटी हों..
लेकिन उनका लगातार बरसना
बड़ी नदियों का बहाव बन जाता है…
वैसे ही हमारे छोटे छोटे प्रयास भी
जिंदगी में बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं…
बात वफ़ाओ की होती, तो कभी न हारते,
बात नसीब की थी, कुछ ना कर सके।
दो हाथ से हम दस लोगों
को भी नही हरा सकते
परन्तु दो हाथ जोङ कर
हम करोङो लोगों का दिल जीत सकते है