हर रोज हर वक्त तेरा ही तेरा ख्याल,💕💘ना जाने कौन से कर्ज की किश्त हो तुम।❤️💞
हर रोज हर वक्त तेरा ही तेरा ख्याल,💕💘
ना जाने कौन से कर्ज की किश्त हो तुम।❤️💞
आहिस्ता चल ऐ ज़िंदगीकुछ क़र्ज़ चुकाने बाकी हैं,कुछ दर्द मिटाने बाकी हैंकुछ फ़र्ज़ निभाने बाकी हैं।
कुछ दिन बहुत खुश थे हमअब उसी का कर्ज उतार रहे हैं।🙂🥀
क्या चाहती है हम से, हमारी ये ज़िंदगी....क्या क़र्ज़ है जो हम से, अदा हो नहीं रहा....
क्या चाहती है हम से, हमारी ये ज़िंदगी....
क्या क़र्ज़ है जो हम से, अदा हो नहीं रहा....