आखिर क्यों जमीन से सर्दी में गर्म और गर्मी में ठंडा पानी निकलता हैं? जानिए इसके पीछे का रहस्य

How do we get hot water in winter and cold water in summer? Know the mystery behind it

पानी ना सिर्फ मानव के लिए बल्कि समस्त प्राणी और वनस्पतियों के लिए बहुत ही जरुरी होता हैं. पानी का रिश्ता हमारे दैनिक जीवन से जुड़ा हुआ हैं. साथ ही इंसान के जन्म से लेकर मृत्यु तक हर जगह पानी का ही काम हैं. 

कई बार आपने हैंडपंप या मोटर के पानी से नहाया होगा. लेकिन क्या कभी ये ख्याल दिमाग में आया कि क्यों जमीन से सर्दी में गर्म और गर्मी में ठंडा पानी निकलता हैं? ऐसा क्या कारण हैं की बदलते मौसम के साथ इस पानी में कोई बदलाव नहीं होता? क्या आप भी पानी के इस विज्ञान को नहीं जानते? तो कोई बात नहीं क्योंकि आज हम आपको पानी के इसी विज्ञान के बारे में बताने जा रहे हैं. आज हम आपको इस सवाल का जवाब देने जा रहे हैं कि आखिर क्यों जमीन से सर्दी में गर्म और गर्मी में ठंडा पानी निकलता हैं? तो चलिए इसके पीछे छुपे रहस्य पर से पर्दा हटाते हैं.... 

नहीं बदलता हैं पानी का तापमान 

जमीन के अंदर जितना भी पानी हैं उसका तापमान एक सा रहता हैं. मतलब उसके ऊपर मौसम के बदलते तापमान का कोई असर नहीं पड़ता हैं. ऐसे में जमीन के अंदर का पानी बिनक प्रभावित हुए ज्यों का त्यों रहता हैं. लेकिन फिर भी सवाल वहीं हैं कि इसके बाद भी आखिर क्यों जमीन से सर्दी में गर्म और गर्मी में ठंडा पानी निकलता हैं? तो इसका सीधा सा जवाब ये हैं कि सर्दी में वातावरण का तापमान कम हो जाता हैं. जबकि धरती के अंदर के जल का तापमान अपरिवर्ती रहता हैं. 

इस वजह से ठंडा-गर्म लगता हैं पानी 

इसका सीधा सा विज्ञान हैं. बदलते मौसम के अनुसार भी जमीन के अंदर जो पानी हैं उसका तापमान सेम रहता हैं. साथ ही बाहर आकर खूब सर्दी हो रही होती हैं. तब आपके बॉडी का तापमान जमीन के पानी से काफी कम हो जाता हैं. ऐसे में जब भी मोटर या हैंडपंप के पानी का इस्तेमाल हाथ-मुंह धोने या नहाने के लिए करते हैं. तब आपके बॉडी के तापमान से पानी का तापमान ज्यादा होने से आपको लगता हैं कि पानी गर्म हैं. ऐसे ही ठीक गर्मी में होता हैं. गर्मी में भयंकर गर्मी के कारण आपके बॉडी का तापमान बढ़ जाता हैं. जबकि जमीन के पानी का तापमान अपरिवर्तित रहता हैं. इस वजह से गर्मी में पानी का इस्तेमाल करने पर वो ठंडा लगता हैं. 

आखिर ज्यादातर हार्टअटैक नहाते समय ही क्यों आता हैं? जानिए क्या हैं सच्चाई?

हॉट स्प्रिंग वाटर का भी हैं कॉन्सेप्ट 

इसके अलावा एक वैज्ञानिक मत ये भी कहता हैं कि जमीन के अंदर ज्वालामुखी के जलते लावे अधिक होते हैं. जो की पानी के निचली सतह पर होते हैं. ऐसे में इनके सम्पर्क में आने से जमीन के अंदर का पानी कई हिस्सों में गर्म हो जाता हैं. साथ ही जहाँ भी सल्फर की खाने होती हैं. वहां पर हॉट स्प्रिंग वाटर या गर्म पानी के फव्वारे निकलते हैं. बिहार के हिस्सों में हॉट स्प्रिंग वाटर हैं. साथ हिमाचल के खीरगंगा में भी हॉट स्प्रिंग वाटर हैं.जहां पर गर्म पानी का झरना बहता रहता हैं. इसके अलावा येल्लोस्टोन नेशनल पार्क और न्यूजीलैंड में कई सारे गर्म पानी के फव्वारे हैं.