भगवान जग्गनाथ जी के मंदिर के ये गहरे रहस्य आप नहीं जानते होंगे

भगवान जग्गनाथ जी के मंदिर के ये गहरे रहस्य आप नहीं जानते होंगे

हिन्दू धर्म में चारधाम की यात्रा का बहुत महत्व हैं. जिसकी वजह से ही हर साल लाखों लोग चारधाम की यात्रा पर निकलते हैं. इन्हीं चारधामों ने से एक है उड़ीसा में स्थित जग्गनाथ मंदिर. जग्गनाथ भगवान विष्णु का सबसे लोकप्रिय और चमत्कारी मंदिर माना जाता हैं. जहाँ पर भगवान श्रीकृष्ण अपने बड़े भाई बलदेव और छोटी बहन सुभद्रा के साथ विराजमान हैं. इस मंदिर के बहुत से अनोखे रहस्य है जिनको अभी तक कोई भी नहीं सुलझा सका हैं. 

Nine incredible facts about Puri Jagannath temple

 इस मंदिर में केवल हिन्दू धर्म के लोग ही जा सकते हैं. जिसमें हिन्दू, सिख, बौध्य और जैन धर्मों के लोगों को छोड़कर कोई और मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं प्राप्त कर सकता हैं. इसलिए देश की तत्कालीन प्रधामंत्री इंदिरा गांधी को भी मंदिर में जाने की इज़ाज़द नहीं दी गई थी क्योंकि उन्होंने एक पारसी से शादी की थी और इस लिए वो सनातनी हिन्दू ना होने के कारण इस मंदिर के अंदर नहीं जा पाई थी. 

  •  इस मंदिर को करीब 17 बार बाहरी आक्रमण कर्ताओं ने लूटने और नष्ट करने का प्रयास किया था जिसकी वजह से ये मंदिर 3 बार टूट चूका हैं. इस कारण की वजह से किसी गैरहिंदू धर्म के लोगों का इस मंदिर में जाना निषेध हैं. 
  •  ये मंदिर वैसे तो समुद्र के ठीक किनारे बसा है लेकिन इसके अंदर जाने के बाद समुन्द्र के लहरों की आवाज़ सुनाई नहीं देती. जैसे ही आप मंदिर परिसर से बाहर निकल आते है तुरंत समुद्र के लहरों की आवाज़ सुनाई देने लगती हैं. 
  • इस मंदिर में बनने वाला प्रसाद कभी कम नहीं पड़ता. इस मंदिर का एक रहस्य ये है कि यहाँ पर जो प्रसाद बनता है वो कभी भी भक्तों के लिए कम नहीं पड़ता. फिर चाहे हज़ार भक्त आये या फिर लाखों करोड़ों. इस मंदिर के रसोई की एक और खासियत ये है कि इसका प्रसाद बनाते वक़्त सात बर्तनों को एक के ऊपर एक चढ़ाया जाता है लेकिन भोजन सबसे पहले ऊपर वाले बर्तन का ही पकता है और बाद में दूसरे बार्टन में क्रमशः पकना शुरू होते हैं. 
  • इस मंदिर का सबसे बड़ा रहस्य ये है की इस मंदिर की छाया यानी परछाई दिखाई नहीं देती हैं. 
  • इस मंदिर की जो मूर्तियाँ है उनमें से श्रीकृष्ण के हाथों में उँगलियाँ नहीं है. 
  • इस मंदिर के शीर्ष में लगा ध्वज हमेशा हवा के विपरीत दिशा में ही लहराता रहता हैं. 
  •  इस मंदिर के शिखर पर लगा सुदर्शन चक्कर आप कही से भी देखिये हमेशा आपकी ही तरफ ही दिखाई देता हैं.