दोस्ती तो वो है जो तेज़ बारिश मे भी,
चेहरे पर गिरे हुये आँसू पहचान लेती है !
गुनाह करके सज़ा से डरते हैं, जहर पी के दवा से डरते हैं,
दुश्मनों के सितम का खौफ नहीं, हम तो दोस्तों की वफ़ा से डरते हैं |
पलकों से रास्ते के काटे हटा देंगे,
फूलों को क्या हम अपना दिल बिछा देंगे।
टूटने ना देंगे अपनी दोस्ती को कभी,
बदले में हम खुद को मिटा लेंगे।।
ज़िंदगी नहीं हमे दोस्तों से प्यारी,दोस्तों पे हाज़िर है जान हमारी,आँखों में हमारी आसू है तो क्या,जान से भी प्यारी है मुस्कान तुम्हारी
होठो पे उल्फत के फ़साने नही आते
जो बीत गये फिर वो जमाने नही आते
दोस्त ही होते है दोस्तों के हमदर्द
कोई फरिस्ते यहा साथ निभाने नही आते