दोस्ती तो वो है जो तेज़ बारिश मे भी,
चेहरे पर गिरे हुये आँसू पहचान लेती है !
मेरे “शब्दों” को इतने ध्यान से ना पढ़ा करो दोस्तों,
कुछ याद रह गया तो.. मुझे भूल नहीं पाओगे!
उसके साथ रहते रहते हमे चाहत सी हो गयी,उससे बात करते करते हमे आदत सी हो गयी,एक पल भी न मिले तो न जाने बेचैनी सी रहती है,दोस्ती निभाते निभाते हमे मोहब्बत सी हो गयी!
हर रिश्ते में मिलावट देखी, कच्चे रंगों की सजावट देखी,लेकिन सालों साल देखा है माँ को,उसके चेहरे पे न थकावट देखी, न ममता में मिलावट देखी...
जीवन मेंखुशियों कीकमी नहीं हैदोस्तो.....बस खुशियोंकोमनाने काअंदाज़ होना चाहिए !!