जिन यादों को आज आप भूल गए उन्ही यादों को याद कर बार बार रोया हूँ तेरे भूल जाने के बाद भी आज तक में उन्ही यादों में खोया हूँ।
जिन यादों को आज आप भूल गए
उन्ही यादों को याद कर बार बार रोया हूँ
तेरे भूल जाने के बाद भी आज तक में
उन्ही यादों में खोया हूँ।
चंदन की लकड़ी फूलों का हार,अगस्त का महीना सावन की फुहार,भैया की कलाई बहन का प्यार,मुबारक हो आपको रक्षा-बंधनका त्यौहार।
Hum Bhi Maujood The Takdeer Ke Darwaje Pe,
Log Daulat Par Gire Aur Humne Tujhe Maang Liya.
Mat karo pyar kisi se phoolon ki taraha,
Phool to pal mae Murjha jaate hai,
Pyar karo to karo Kaaton ki taraha,
Jo Chubhne ke baad bi Yaad Aate hain !!
कुछ अल्फ़ाज़ की तरतीब से बनती है शायरी
कुछ चेहरे भी मुकम्मल ग़ज़ल हुआ करते हैं