जिन यादों को आज आप भूल गए उन्ही यादों को याद कर बार बार रोया हूँ तेरे भूल जाने के बाद भी आज तक में उन्ही यादों में खोया हूँ।
जिन यादों को आज आप भूल गए
उन्ही यादों को याद कर बार बार रोया हूँ
तेरे भूल जाने के बाद भी आज तक में
उन्ही यादों में खोया हूँ।
मुश्किलें दिलो के इरादे आज़माएगी
ख्वाबो के परदे निगाहो से हटाएगी
गिरकर तुझे है समभलना
यह ठोकरें ही तुझे चलना सिखाएगी…
चंदन की लकड़ी फूलों का हार,अगस्त का महीना सावन की फुहार,भैया की कलाई बहन का प्यार,मुबारक हो आपको रक्षा-बंधनका त्यौहार।
मुझे सहल हो गई मंजिलें वो,
हवा के रुख भी बदल गये,
तेरा हाथ, हाथ में आ गया,
कि चिराग राह में जल गये।
Main Jo Chahu To Tod Du Naata Tumse
Par Mein Buzdil Hu
Maut Se Darr Lagta Hai …