देख कर आपकी मुस्कुराहट हम होश गवां बैठेंहोश में आने ही वाले थे की आप फिर से मुस्कुरा बैठे.
देख कर आपकी मुस्कुराहट हम होश गवां बैठें
होश में आने ही वाले थे की आप फिर से मुस्कुरा बैठे.
सोचा किसी अपने से बात करेअपने किसी खास को याद करेकिया जो फैसला नए साल की शुभकामनाए देने कादिल ने कहा क्यों न शुरुआत आप से करे |
ना जाने क्या अपनापन हैं तेरी बातों में,
के हर पल ये दिल… ❤
तुम्हें मिलने के लियें पागलपन करता हैं…
न चांद होगा ना तारे होंगे,क्या हम इस साल भी कुंवारे होंगे ,इस दुनिया में कितनों के निकाह हो गए ,क्या हमारे नसीब में सिर्फ निकाह के छुहारे होंगे।
दो मुलाकात क्या हुई हमारी तुम्हारी,निगरानी में सारा शहर लग गया।