देख कर आपकी मुस्कुराहट हम होश गवां बैठेंहोश में आने ही वाले थे की आप फिर से मुस्कुरा बैठे.
देख कर आपकी मुस्कुराहट हम होश गवां बैठें
होश में आने ही वाले थे की आप फिर से मुस्कुरा बैठे.
कद बढ़ा नहीं करते, ऐड़ियां उठाने सेऊंचाईया तो मिलती हैं, सर झुकाने से।
नाज़ुकी उसके लब की क्या कहिये,
पंखुड़ी इक गुलाब की सी है
आँखों में रहा दिल में उतर कर नहीं देखा
कश्ती के मुसाफ़िर ने समुंदर नहीं देखा
Dard ho Dil Men To Dawa KijiyeDil hi Jab Dard Ho To Kya Kijiye.