गब्बर: कब हैं होली, होली कब हैं?
सांभा: सरदार आप हर साल यही पूछते रहते हैं,आखिर आप चाहते क्या हैं?
गब्बर: अरे खाली बैठा हूँ सोचा पिचकारी की दुकान खोल लूँ.
Happy Holi
ऑफिसर: देखो हमें चौकीदार ऐसा चाहिए जो समझदार हो, चुस्त हो, चालाक हो और जरूरत पड़ने पर जिसे हम डांट भी सकें। यदि तुम्हारे अंदर यह गुण हो तो तुम्हें हम शामिल कर सकते हैं।
उम्मीदवार: साहब यह सब गुण हमारी बीवी में हैं कहो तो उसे बुला लाऊं।
IPL में CSK के बॉलर से पछो –दुःख क्या होता है?विकेट बॉलर लेता है और कमेंट्री करनेवाले बोलते हैं –धोनी की रणनीति काम आई,धोनी जानते हैं विकेट कैसे लेना हैं.
बड़ी बेवफ़ा हो जाती है ग़ालिब, ये घड़ी भी सर्दियों में,
5 मिनट और सोने की सोचो तो, 30 मिनट आगे बढ़ जाती है
इस गर्मी का आलम बस ...इतना समझ ले ग़ालिब....कपडे धोते ही सुख जाते है ।और पहनते ही गीले हो जाते है ।।