किसी भी पल तुम्हें , आज भी भुला नहीं जाता,
ये बात अलग है , अब तुम्हें बताता नहीं जाता,
मैसेज टाइप कर , करता हूँ डिलीट बार-बार,
ना जाने क्यों अब ये सेंड बटन, दबाया नहीं जाता l❤❤
उसके साथ रहते रहते हमे चाहत सी हो गयी,उससे बात करते करते हमे आदत सी हो गयी,एक पल भी न मिले तो न जाने बेचैनी सी रहती है,दोस्ती निभाते निभाते हमे मोहब्बत सी हो गयी!
हमने अपनी यादों के बागीचे मेंतेरी यादों के पौधे को सींच कर रख रखा था पर आप हमे अपनी यादों के बगीचे में लगी गंदी घास समझ कर भूल गये।
हमने अपनी यादों के बागीचे में
तेरी यादों के पौधे को सींच कर रख रखा था
पर आप हमे अपनी यादों के बगीचे में
लगी गंदी घास समझ कर भूल गये।
Humne to khud se inteqam lia ,
Tumne kya soch kar humse mohabbat ki?
हमारे हर सवाल का सिर्फ एक ही जवाब आया,
पैगाम जो पहूँचा हम तक बेवफा इल्जाम आया।