बाद में मुझ से ना कहना घर पलटना ठीक हैवैसे सुनने में यही आया है रस्ता ठीक हैशाख से पत्ता गिरे, बारिश रुके, बादल छटेंमैं ही तो सब कुछ गलत करता हूँ अच्छा ठीक है
मुझे खामोश राहों मै तेरा साथ चाहिए,तनहा है मेरा हाथ तेरा हाथ चाहिए,जूनून-ई-इश्क को तेरी ही सौगात चाहिए,मुझे जीने के लिए तेरा ही प्यार चाहिए !!
Yaado k jungle me tab tak firta hu
Jab tak pair lahu luhan nahi ho jate..
मुझे सहल हो गई मंजिलें वो,
हवा के रुख भी बदल गये,
तेरा हाथ, हाथ में आ गया,
कि चिराग राह में जल गये।
मुश्किलें दिलो के इरादे आज़माएगी
ख्वाबो के परदे निगाहो से हटाएगी
गिरकर तुझे है समभलना
यह ठोकरें ही तुझे चलना सिखाएगी…