सर्दी में दिन सर्द मिला
हर मौसम बेदर्द मिला
प्यार मोहब्बत तो सभी करते हैं,दर्द-ए -जुदाई से सभी डरते हैं,हम न तुमसे प्यार करते हैं ना ही मोहब्बत,हम तो बस तुम्हारी एक मुस्कराहट के लिए तरसते हैं।
प्यार मोहब्बत तो सभी करते हैं,
दर्द-ए -जुदाई से सभी डरते हैं,
हम न तुमसे प्यार करते हैं ना ही मोहब्बत,
हम तो बस तुम्हारी एक मुस्कराहट के लिए तरसते हैं।
हँसी आपकी कोई चुरा ना पाये,
आपको कभी कोई रुला ना पाये,
खुशियों का दीप ऐसे जले ज़िंदगी में..
कि कोई तूफ़ान भी उसे बुझा ना पाये।
सुनी थी सिर्फ हमने ग़ज़लों में जुदाई की बातें ;
अब खुद पे बीती तो हक़ीक़त का अंदाज़ा हुआ !!
बोलो है कोई वकील ऐसा इस जहान में
जो हारा हुआ इश्क जीता सके मुझको