दो लड़के मिलते हैं
पहला : तूने मेरी Girlfriend को क्यों प्रपोज किया ?
दूसरा : देख भाई…
जब तक लड़की कुंवारी है
न हमारी है, न तुम्हारी है
बस सरकारी है
हे ईश्वर… बस एक छोटी सी दुआ है,
जिन लम्हों में, मेरे अपने मुस्कुराते हो…
वो लम्हे कभी ख़त्म न हो…
ये सिलसिला क्या यूँ ही चलता रहेगा,
सियासत अपनी चालों से कब तक किसान को छलता रहेगा.
विश्वास रखो उस भगवान् पे
कभी ज्यादा मांगो नहीं
कम वो कभी देगा नहीं