तेरा बार बार रूठना मुझे अच्छा लगता है
पर क्या तुझे भी मेरा मनाना अच्छा लगता है।।
अपने साये से भी अश्कों को छुपा कर रोना
जब भी रोना तो चिरागों को बुझा कर रोना
जहाँ चोट खाना वहां मुस्कुराना
मगर इस अदा से के रोये सारा ज़माना
कैसे एक लफ्ज़ में बयां कर दूँ
दिल को किस बात ने उदास किया
तुम लाजवाब खूबसूरत, और महकते गुलाब हो।
वैलेंटाइन डे तुम्हें मुबारक हो, बस इतना सा ख्वाब है।।
मोहब्बत के भी कुछ अंदाज़ होते हैं,
जगती आँखों के भी कुछ ख्वाब होते हैं,
जरुरी नहीं के ग़म में आँसू ही निकले,
मुस्कुराती आँखों में भी शैलाब होते हैं।