जैसे राम जी ने रावण को मारा करके लड़ाई
वैसे आप भी मारे अपने अंदर की छुपी बुराई .
दशहरा की हार्दिक शुभकामनाये |
बिना कुछ किये ज़िन्दगी गुज़ार देने से कहीं अच्छा है
ज़िन्दगी को गलतियां करते गुज़ार देना
जिसकी नीति अच्छी होगी,
उसकी हमेशा उन्नत होगी,
“मैं श्रेष्ट हूँ”… यह आत्मविश्वास है,
लेकिन
“सिर्फ मैं ही श्रेष्ट हूँ”…यह अहंकार है।
मस्तक को थोड़ा झुकाकर देखिए आपका अभिमान मर जाएगा
आँखें को थोड़ा भिगा कर देखिए आपका पत्थर दिल पिघल जाएगा
बुराई को खुद से और इस देश से दूर भगाओ,अच्छाई को अपने जीवन में अपनाओ।रावण को जलाओ और भ्रष्टाचार मिटाओ,प्रगति के पथ पर भारत देश को आगे बढ़ाओ।शुभ दशहरा