“Senior citizen umar mein bhadne ke saath saath, Jeevan ke anubhavon mein bhi bhadta hai, sehen shakti mein bhi bhadta hai…. Bass jo ghata hai wo uske paas bacha hua samay aur uski yaddasht.”
Humne to khud se inteqam lia ,
Tumne kya soch kar humse mohabbat ki?
दूसरों के काम बिगाड़ने
वाले लोग एक ढूढ़ने पर
हजारों मिल जाते हैं,
लेकिन दूसरों के काम
बनाने वाला हजारों में
कोई एक होता है. दूसरों
के काम बनाने वाले बनिए
और अगर किसी की मदद
नहीं कर सकते हैं तो, उसकी
राह में रोड़े अटकाने वाले
मत बनिए
अहंकार” और “संस्कार” में फ़र्क़ है…
“अहंकार” दूसरों को झुकाकर कर खुश होता है,
“संस्कार” स्वयं झुककर खुश होता है..!
हर सफलता संघर्ष से होकर गुजरती है
बिना संघर्ष के सफलता की कल्पना भी नहीं की जा सकती