मैं आप उस इंसान को ढूंढ रहे हैं
जो आके आपकी मदद करेगा
तो शीशे के सामने खड़े हो जाएँ
आपको वो इंसान नजर आएगा
जो आपकी मदद कर सकता है
सेवा में,
श्री बादल भगवान जी,
सूर्यलोक
विषय :- गर्मी कम करने हेतु आवेदन पत्र,
महोदय:-
सादर निवेदन है कि गर्मी ज्यादा पड़ रही है जिसकी वजह से प्यारी प्यारी लड़कियॉ गर्मी से बचने के लिए मुहं पर दुपट्टा रख रही है तो लड़के उनका चेहरा नही देख पा रहे है। जिस कारण Ladko ke दिन बेचैनी में कट रहे है , चेहरा ढका रहने से पहचानने में भी दिक्कत हो रही है कि अपनी वाली कौन है, ऐसे में इशारा करने पर चप्पल जूता खाने का भी भय बना रहता है
अत: आप से निवेदन है कि महोदयजी आप गर्मी में थोड़ी कटौती करे।
धन्यवाद,
All
कुंवारे लड़के ।
एक आस, एक एहसास, मेरी सोच और बस तुम,एक सवाल, एक मजाल, तुम्हारा ख़याल और बस तुम,एक बात, एक शाम, तुम्हारा साथ और बस तुम,एक दुआ, एक फ़रियाद, तुम्हारी याद और बस तुम,मेरा जूनून, मेरा सुकून बस तुम और बस तुम
अहंकार” और “संस्कार” में फ़र्क़ है…
“अहंकार” दूसरों को झुकाकर कर खुश होता है,
“संस्कार” स्वयं झुककर खुश होता है..!