पहन लो आप स्वेटर
आपसे यही हैं हमारी गुज़ारिश,
मुबारक हो आपको सर्दी
की पहली बारिश
सूरज हर शाम को ढल ही जाता है
पतझड बसंत में बदल ही जाता हे
मेरे मन मुसीबत में हिम्मत मत हारना
समय कैसा भी गुजर ही जाता है
बसंत पंचमी की बधाई
अपना समझो या बेगाना,
हमारा आपका हैं रिश्ता पुराना,
इसलिए मेरा फ़र्ज हैं आपको बताना,
ठंड आ गयी हैं, कृपया रोज मत नहाना.
बाबा से दुआ करते है की
वो आपको वो सारी खुशियाँ दे जो आप चाहते हैं
बाबा का हाथ सदा आपके शीश पर बना रहे !
शिवरात्रि की बधाई
तेरे पास में बैठना भी इबादत
तुझे दूर से देखना भी इबादत …….
न माला, न मंतर, न पूजा, न सजदा
तुझे हर घड़ी सोचना भी इबादत….