अपने साये से भी अश्कों को छुपा कर रोना
जब भी रोना तो चिरागों को बुझा कर रोना
जहाँ चोट खाना वहां मुस्कुराना
मगर इस अदा से के रोये सारा ज़माना
वो एक रात जला……. तो उसे चिराग कह दिया !!!
हम बरसो से जल रहे है ! कोई तो खिताब दो .!!!
मुकेश अम्बानी ने पार्टी रखी..सबको एक हॉल में बिठाया गयातभी एक घोषणा हुई ....2 रुपये में अनलिमिटेड ब्रेकफास्ट ....सब लोग खा कर आराम से बैठ गए... वहां दूसरी घोषणा हुई1 रुपये में अनलिमिटेड लंच ....सब लोगों के साथ और लोग भी वहां पहुंचे पूरा हॉल एकदम फुलसब लोगों ने भरपेट खायाशाम को.... वहां तीसरी घोषणा हुई50 पैसे में अनलिमिटेड डिनर ....पूरा गांव आ गया.. सब लोगो ने एक साथ भर पेट खाना खाया...तभी फिरसे घोषणा हुई..25 पैसे में अनलिमिटेड स्वीट डिशबस फिर तो आसपास के गॉवों के लोग भी टूट पड़ेअभी वो खा ही रहे थे .....तभी एक और घोषणा हुईहाजमोला की गोली🕳 99 रुपये मेंअभी लोगों ने गोलिया खरीदी ही थीतभी एक और जबरदस्त घोषणा हुईToilet जाने के 303 रूपये..Jio............ji............. jio
कैसे एक लफ्ज़ में बयां कर दूँ
दिल को किस बात ने उदास किया
रात है काफ़ी, ठंडी हवा चल रही है,
याद में आपकी किसी की मुस्कान खिल रही है,
उनके सपनो की दुनिया में आप खो जाओ,
आँख करो बंद ओर आराम से सो जाओ