शायरी मे सिमटते कहाँ हैँ दिल के दर्द दोस्तों
बहला रहे हैँ खुद को जरा कागजो के साथ
सिसक कर पूछती हैमुझसे ये तनहाईय़ाजो बड़े हमदर्द थे तेरेआखिर वो बेबफाई कैसे कर गये.
सिसक कर पूछती है
मुझसे ये तनहाईय़ा
जो बड़े हमदर्द थे तेरे
आखिर वो बेबफाई कैसे कर गये.
Magar
rani sirf badsah ki hi hoti haii..
डॉक्टर: अच्छे स्वास्थ्य के लिए रोजाना व्यायाम किया करोसंता: जी मैं रोजाना क्रिकेट और फुटबाल खेलता हूँ!डॉक्टर: कितनी देर खेलते हो?संता: जब तक मोबाइल की बैटरी खत्म नहीं हो जाती!!
Palak jhuka kar salam karte hai,
Dil ki dua apke nam karte hai,
Kabul ho agar to muskura dena,
Hum yeh pyara sa din apke naam karte hai.