एडमिन ने ढाबा खोला..
ग्राहक –
मेरी चाय मै मक्खी डूब कर मरी पड़ी है |
एडमिन –
तो क्या करू?
मै ढाबा चलाऊ या इन्हे तैरना सीखाऊँ |
हर मुलाक़ात पर वक़्त का तकाज़ा हुआ ;
हर याद पे दिल का दर्द ताज़ा हुआ .!
सुनो...जब कभी देख लुं तुम को....तो मुझे महसूस होता है कि...दुनिया खूबसूरत है|
बैंक मैनेजर: ये क्या अजीब सा हस्ताक्षर है?“@/e”संता: ये हस्ताक्षर मेरी दादी के हैं!बैंक मैनेजर: ऐसा अजीब सा हस्ताक्षर? क्या नाम है उनका?संता: जलेबी बाई…
एक शादीशुदा आदमी मंदिर गया और भगवान से बहुत दुखी होकर पूछता है-
हे प्रभु! तुमने बचपन दिया और उसे छीन लिया।
ऐश और आराम दिया, फिर उसे भी छीन लिया।
पैसा दिया और फिर उसे भी छीन लिया।
और अब बीवी दी है और उसे देकर भूल गए।