ये वक्त की नजाकत हैबदलते दौर की मजबूरी है।लड़के को पराठेऔरलड़की को कराटेसिखाना बहुत जरूरी है।आत्म -निर्भर बनो.
सृष्टि का एक नियम हैं
जो बांटोंगे
वही आपके पास
बेहिसाब होगा
फिर वह चाहे
धन हो , अन्न हो
सम्मान हो , अपमान हो
नफरत हो
या
प्रेम
सु-प्रभात
वक़्त को भी हुआ है ज़रूर किसी से इश्क़,जो वो बेचैन है इतना कि ठहरता ही नहीं।
एक अँधा आदमी आर्मी में भर्ती के लिए गया
मेजर:- तुम अंधे हो तुम मेरे किस काम आओगे
अँधा:- अंधाधुंध फायरिंग के लिए...
पत्नी चारपाई पर सो रही थी
अचानक नीचे गिर पड़ी
पति – अरी क्या हुआ क्यों लुढ़क गयी
पत्नी – अरे देखा नहीं भूकंप से
चारपाई हिल गयी थी
पति – क्यों झूठ बोल रही है,,
तू गिरी है इसी वजह से तो भूकंप आया है