सुनो...जब कभी देख लुं तुम को....तो मुझे महसूस होता है कि...दुनिया खूबसूरत है|
एडमिन ने ढाबा खोला..
ग्राहक –
मेरी चाय मै मक्खी डूब कर मरी पड़ी है |
एडमिन –
तो क्या करू?
मै ढाबा चलाऊ या इन्हे तैरना सीखाऊँ |
कितना दर्द हैं दिल में दिखाया नही जाता,
गंभीर हैं किस्सा सुनाया नही जाता,
विडियो कॉल मत कर पगली,
रजाई में से मुहँ निकाला नही जाता...
नमो नमो दुर्गे
सुख करनी.
नमो नमो अम्बे दुःख हरनी.!
Is navratri par Ma
Durga aapko shanti,
sampatti aur shakti de.
Navratri ki shubhkamanaye.
Ud ke jate huye panchi ne
bas itna hi dekha,
Der tak haath hilati rahi
woh shaakh fiza mein
Alvida kehne ko?
Ya paas bulane ke liye?