सोचा था छुपा लेंगे गम को पर कमबख्त आँखों ने ही बग़ावत कर दी|
धोखा ना देना कि तुझपे ऐतबार बहुत है,
ये दिल तेरी चाहत का तलबगार बहुत है,
तेरी सूरत ना दिखे तो दिखाई कुछ नहीं देता,
हम क्या करें कि तुझसे हमें प्यार बहुत है।
बेबस निगाहों में है तबाही का मंज़र,और टपकते अश्क की हर बूंदवफ़ा का इज़हार करती है........डूबा है दिल में बेवफाई का खंजर,लम्हा-ए-बेकसी में तसावुर की दुनियामौत का दीदार करती है..........ऐ हवा उनको कर दे खबर मेरी मौत की... और कहेना,के कफ़न की ख्वाहिश में मेरी लाशउनके आँचल का इंतज़ार करती है..........
Palak jhuka kar salam karte hai,
Dil ki dua apke nam karte hai,
Kabul ho agar to muskura dena,
Hum yeh pyara sa din apke naam karte hai.
श्री कृष्णा की 16000 रानियाँ थी,
फिर भी वो अपने दोस्त
सुदामा को नहीं भूले थे...
और आजकल तो लड़के
एक लड़की क्या पटा ली
साले फ़ोन तक नहीं उठाते..!
😄😄😄😄😄😄😄😄😄